The Definitive Guide to Gangster Shayari



जिस दिन हम बदमाश हो गए… कयामत आ जाएगी…!!

आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदे है ये !!

जिसको जो कहना है कहने दो, अपना क्या जाता है, ये वक्त वक्त की बात है, और वक्त सबका आता है!!

अगर लड़ना हो तो मैदान में आना, तलवार भी तेरी होगी और गर्दन भी!!

किसी की हैसियत देखकर हम सिर नहीं झुकाते..!!

No one can deny the necessity of poetry in literature. It truly is a perfect medium to specific our views and feelings to another man or woman. When talking about Gangster poetry or, it does not will need an introduction. Several renowned poets have prepared Gangster Shayari in Urdu, Ghazals and Nazms.

ये जो किस्मत अकड़ कर बैठी हैं इसे भी ज़रूर हरायेंगे

भीङ me खङा होना मकसद nahi haiं मेरा ,बलकि भीङ जिसके लिए खडी hai wo बनना hai मुझे।

➡सुधरी हे तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं

आँधी तूफान से वो डरते है, जिनके मन में प्राण बसते है, वो मौत देखकर भी हँसते है, जिनके मन में महाकाल बसते है..!!

झट से बदल दूं इतनी न हैसियत न मेरी आदत हैं !!

हरामी बनके जिओ दुनिया सलाम check here ठोक के जाएगी !!

हर बात में मजाक करता था, काश प्यार में भी करता तो मैं रोता नहीं अब तक, तूने मेरे अच्छे वाले पहलू देखे हैं, तेरे जगह कोई और होता, तो होता नहीं अब तक!!

लोग जलना नहीं छोड़ते और हम मुस्कुराना..!!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *